• सामान्य प्रश्न

    1) सोलर रूफटॉप सिस्टम क्या है?

    सोलर रूफटॉप सिस्टम में आवासीय व्यावसायिक, संस्थानों और औद्योगिक इमारतों पर सोलर पैनल्‍स लगाए जाते हैं। ये दो तरह के हो सकते हैं (i) बैटरी का इस्तेमाल कर स्टोरेज सुविधा वाले सोलर रूफटॉप सिस्टम, और (ii) ग्रिड से जुड़े सोलर रूफटॉप सिस्टम।

    2) मुझे सौर संयंत्र क्यों स्थापित करना चाहिए?

    • ऊर्जा का मुफ्त स्रोत है
    • बिजली बिल कम होता है
    • लंबे समय तक चलता है, 25 साल से अधिक
    • संयंत्र के पेबैक अवधि के बाद मुफ्त बिजली मिलती है
    • जीवाश्म ईंधन से इतर प्रदूषण रहित, नवीनीकृत ऊर्जा का स्रोत
    • कम रखरखाव

    3) टाटा पावर-डीडीएल किस तरह की सौर प्रणाली को बढ़ावा दे रही है?

    टाटा पावर-डीडीएल अपने उपभोक्ताओं को नेट मीटरिंग के लिए डीईआरसी दिशानिर्देशों के अनुसार तकनीकी व्यवहार्यता मूल्यांकन करके ऑनलाइन ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सौर प्रणाली स्थापित करने में मदद कर रही है।

    4) ऑनलाइन ग्रिड कनेक्ट सोलर रूफटॉप सिस्टम क्या है?

    ग्रिड से जुड़े रूफटॉप या छोटे एसपीवी सिस्टम में एसपीवी पैनल से उत्पन्न डीसी पावर को पावर कंडीशनिंग यूनिट का उपयोग करके एसी पावर में बदला जाता है और ग्रिड को भेजा जाता है। ये सिस्टम दिन के दौरान बिजली पैदा करते हैं, जिसका उपयोग कैप्टिव लोड को पूरी तरह से बिजली की आपूर्ति करने और अतिरिक्‍त बिजली की आपूर्ति ग्रिड को की जाती है जब‍ तक कि ग्रिड उपलब्ध हो। ऐसे में मामले में, जहां बादल छाने आदि के कारण पर्याप्‍त सोलर पावर नहीं हो, तो कैप्टिव लोड की आपूर्ति ग्रिड से बिजली लेकर की जाती है।

    5) नेट मीटरिंग दिशानिर्देशों के मुताबिक स्‍थापित की जाने वाली अनुकूलतम सोलर क्षमता कितनी है?

    डीईआरसी के दिशानिर्देशों के अनुसार, सोलर प्लांट की अधिकतम क्षमता कनेक्‍शन के स्वीकृत भार के बराबर होनी चाहिए। अगर उपभोक्ता इस क्षमता से अधिक का प्लांट स्‍थापित करना चाहता है तो उसे डीईआरसी दिशानिर्देशों के अनुसार अतिरिक्‍त एसएलडी शुल्क का भुगतान करना होगा।

    6) ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम को स्‍थापित करने के लिए कितने रूफ एरिया की आवश्यकता है?

    1 किलोवॉट ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम स्‍थापित करने के लिए करीब 10 वर्ग मीटर या 120 वर्ग फुट क्षेत्रफल की जरूरत होती है।

    7) ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम्स की औसत लागत कितनी है?

    ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सोलर सिस्टम्स की औसत लागत करीब 55 रुपये प्रति वाट या 5.5 करोड़ रुपये प्रति मेगावाट क्षमता है।

    8) नेट-मीटरिंग क्या है?

    ग्रिड कनेक्टेड रूफटॉप सिस्टम नेट मीटरिंग के आधार पर काम कर सकता है, जिसमें लाभार्थी को केवल नेट मीटर रीडिंग के मुताबिक ही बिजली बिल का भुगतान करना होता है।

    9) टीओडी उपभोक्ताओं के लिए सौर ऊर्जा के समायोजन की प्रक्रिया क्या है?

    किसी भी समयावधि में (जैसे, अधिकतम मांग के घंटे, कम मांग के घंटे आदि) बिजली की खपत की भरपाई उसी बिलिंग चक्र में उसी समयावधि में बिजली उत्पादन के साथ की जाएगी। अधिशेष को आगे बढ़ाने या एनर्जी क्रेडिट के निपटान के उद्देश्य से, एनर्जी यूनिट्स को टीओडी टैरिफ के प्रासंगिक छूट/अधिभार प्रतिशत के अनुसार निपटाया जाएगा।

    इसके कई संभावित व्यावसायिक मॉडल हो सकते हैं, लेकिन दो मुख्य वित्तीय मॉडल उपलब्ध हैं:

    10) वो कौन-कौन से अलग-अलग व्यवसाय मॉडल उपलब्ध हैं, जो ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर सिस्टम्स के विकास की सुविधा प्रदान कर सकते हैं?

    कई संभावित व्यावसायिक मॉडल हो सकते हैं लेकिन दो मुख्य वित्तीय मॉडल उपलब्ध हैं: