क्षमता निर्माण, सीआरएम, राजस्व प्रबंधन, परिवर्तन प्रबंधन और अक्षय कार्य जैसे की ऊर्जा दक्षता सेवाओं, सौर छत परियोजनाओं और डिमांड साइड प्रबंधन के लिए प्रबंधित सेवाएं।
ऊर्जा दक्षता एक नया और उभरता व्यवसाय है। टाटा पॉवर-डीडीएल ने अनेक ऊर्जा दक्षता पहलों को पूरा किया है, जिनके लिए इसे आईसीआरए की ओर से ईएससीओ स्तर-1 प्रमाणन प्रदान किया गया है। कंपनी द्वारा ऊर्जा दक्षता सेवाओं के टर्नकी पैकेज प्रस्तुत किए जाते हैं जिनमें ऊर्जा ऑडिट, व्यवहार्यता अध्ययन, वित्तपोषण विकल्प, प्रदर्शन समझौता, परियोजना इंजीनियरिंग, सौर छत पीवी स्थापना और डिमांड साइड प्रबंधन सहित क्रियांवयन व माप व सत्यापन (एमएंडवी) शामिल हैं।
वाणिज्यिक और औद्योगिक भार वर्ग में ऊर्जा कुशल सुधार परियोजनाओं के क्रियांवयन के लिए टाटा पॉवर-डीडीएल के ईएससीओ मॉडल को हैदराबाद में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा 'अभिनव ऊर्जा बचत सेवा' के रूप में ऊर्जा प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए 17वें राष्ट्रीय पुरस्कार में भी सम्मानित किया गया है।
क्षमता निर्माण और परिवर्तन प्रबंधन
- विज़न और मिशन वर्कशॉप में सामरिक उद्देश्यों का निर्माण
- संगठन के ढांचे, नौकरी के विवरण, केआरए, आदि के अंतिम रूप
- योग्यता मानचित्रण और कौशल विकास के लिए प्रक्रिया का निर्माण
- प्रशिक्षण आवश्यकता आकलन व प्रतिभा प्रबंधन
- प्रशिक्षण कैलेंडर विकास और सामग्री विकास की दिशा में मार्गदर्शन
- डिसकॉम की आवश्यकताओं के अनुकूल विशिष्ट रूप से निर्मित प्रशिक्षण मॉड्यूल्स की डिज़ाइनिंग
- 'प्रशिक्षक को प्रशिक्षण' प्रक्रिया में डिसकॉम के कर्मचारियों को प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण की प्रभावशीलता को मापने के लिए प्रक्रिया का निर्माण
- कर्मचारी संचार नीति डिज़ाइन करने और सुरक्षा की संस्कृति का निर्माण करने में सहायता
- सफल परिवर्तन प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन
ग्राहक सेवा - आरसीएम
- मीटरिंग योजना और मीटरिंग फिलासफी
- मीटर रीडिंग और बिलिंग क्वालिटी चेक प्रणाली के साथ-साथ स्पष्ट रूप से परिभाषित मुख्य प्रदर्शन सूचकांक (केपीआई) के साथ निगरानी ढांचे के निर्माण का संस्थानीकरण
- अनुमान आधारित बिलिंग के बदले रीडिंग आधारित बिलिंग, बिलिंग और मीटरिंग संबंधी शिकायतों में कमी।
- सामाजिक कलंक जैसी बिजली की चोरी की रोकथाम के लिए प्रणाली, एएमआर, मीटरिंग रणनीति की समीक्षा, मीटर रीडिंग प्रक्रियाओं, आदि सहित राजस्व वसूली के क्षेत्रों को प्राथमिकता।
- राजस्व संग्रह पर ध्यान - राजस्व संग्रह बिंदुओं की समीक्षा और विस्तार
- पहचाने गए केपीआई के अनुसार वाणिज्यिक प्रक्रियाओं की निगरानी और उनमें सुधार के लिए सुझाव
- स्वचालित प्रणाली के माध्यम से राजस्व चक्र के प्रबंधन की एकीकृत प्रक्रिया हेतु मौजूदा प्रक्रियाओं की री-इंजीनियरिंग
- नीति निर्माण, नियामक ढांचे का पालन और नीति समर्थन, आदि
भारत और डीएसएम में ऊर्जा दक्षता सेवाएं
- स्वचालित मांग प्रतिक्रिया (एडीआर)
- एलईडी स्ट्रीटलाइट प्रबंधन
- सौर पीवी निगरानी और विश्लेषिकी
- इंटरएक्टिव ऊर्जा मंच (आईईपी) ग्रिड संसाधनों की सभी सीमाओं जैसे कि वितरित उत्पादन, भंडारण और नवीकरणीय ऊर्जा के ऊपर वास्तविक समय में अंदरूनी जानकारी, स्वचालन और नियंत्रण प्रदान करता है