उपभोक्ता सशक्तीकरण व संतुष्टि
टाटा पावर-डीडीएल ने अपने एक दशक के सफर के दौरान टेक्नोलॉजी और मोबाइल ऐपए वेबसाइटए स्मार्ट मीटर पोर्टल, संवाद ऐप, वॉट्सऐप सर्विसेज़ वेबचैट जैसे डिजिटल प्लैटफॉर्म्स के ज़रिए अपने लगातार अपने उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने की दिशा में काम किया है।
कस्टमर डिलाइट एवं हैप्पीनेस सर्वे
बिजली आपूर्ति एवं सर्विसेज़ को लेकर उपभोक्ताओं का नज़रिया समझने के लिए टाटा पावर-डीडीएल हर साल कस्टमर डिलाइट ऐंड हैप्पीनेस सर्वे या उपभोक्ता संतुष्टि एवं प्रसन्नता सर्वे कराती है जिसके आकलन के आधार पर उपभोक्ता संतुष्टि एवं उनके जुड़ाव को समझती है। यह सर्वे वैकल्पिक रूप से बाहरी एजेंसी व आंतरिक संसाधनों की मदद से कराया जाता है। सभी उपभोक्ताओं की श्रेणियों को कवर करने के लिए आंकड़ों के लिहाज़ से वैध सैंपल आकार लिया जाता है। कंपनी लाइसेंसीकृत माहौल में परिचालन करने के साथ ही दिल्ली और मुंबई में अन्य यूटिलिटीज़ के उपभोक्ताओं से भी जानकारी लेती है जिससे वह ऐसी ही कंपनियों की सेवाओं से तुलना कर सके।
कंपनी के साथ ट्रांज़ैक्शन करने में उपभोक्ताओं की मदद के लिए निम्नलिखित माध्यम उपलब्ध कराए गए हैं।
- ऑफलाइन प्लैटफॉर्म्स - अत्याधुनिक कस्टमर केयर सेंटर,सेल्फ सर्विस ई-कियोस्क्स,एनीटाइम पेमेंट मशीन्स और कॉल सेंटर।
- डिजिटल प्लैटफॉर्म्स – वेबसाइट, मोबाइल ऐप,''रोशनी'' के साथ वेबचैट, एसएमएस, वॉट्सऐप, संवाद ऐप, पेमेंट वॉलेट्स, कस्टमर केयर सेंटरों पर उपलब्ध टैब्स इत्यादि।
- हाई ऐंड उपभोक्ताओं के लिए, इन माध्यमों के अतिरिक्त की अकाउंट मैनेजर्स भी होते हैं जो उपभोक्ताओं व कंपनी के बीच सीधे संपर्क होते हैं।
कोविड.19 महामारी के दौरान दुनियाभर में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की गई थी। निरंतर संपर्क सुनिश्चित करने के लिए वेबसाइट पर एक विशेष सेक्शन ''पावरिंग फाइट अगेन्स्ट कोरोना'' बनाया गया था। सभी सेवाएं निर्बाध ढंग से जारी रहें यह सुनिश्चित करने के लिए उपभोक्ताओं की मांग पर विशिष्ट डिजिटल सुविधाएं पेश की गई थीं।
- वेबसाइट व मोबाइल ऐप के ज़रिए नए कनेक्शन सिक्योरिटी रिफंड, मीटरिंग, रीडिंग व बिलिंग, नाम व पते में बदलाव के लिए ऑनलाइन आवेदन करना
- मिस्ड कॉल व वॉट्सऐप के ज़रिए बिजली आपूर्ति नहीं होने की शिकायतों का रजिस्ट्रेशन
- मोबाइल ऐप पर लाइव हेल्प/चैट का विकल्प
- फोटोग्राफ के विकल्प के साथ सेल्फ मीटर रीडिंग
- वेबसाइट व मोबाइल ऐप के ज़रिए प्रीपेड कूपन्स
- बिजली की खपत पर नज़र रखने के लिए वेबसाइट व मोबाइल ऐप पर स्मार्ट मीटर पोर्टल
- यूट्यूब चैनल और वेबसाइट पर विभिन्न डिजिटल सुविधाओं पर ''कस्टमर एजुकेशन सीरीज़'' नामक ट्यूटोरियल वीडियोज़
टाटा पावर-डीडीएल में कारोबार करने की सुगमता
दुनिया भर की 190 अर्थव्यवस्थाओं को वर्ल्ड बैंक 10 मानकों के आधार पर रैंकिंग देता है। बिजली की उपलब्धता भी इनमें से एक मानक है। 415 वोल्ट की सप्लाई पर 140 किलोवॉट/150 केवीए कनेक्शन को प्रभावित करने वाले 'बिजली कनेक्शन के लिए बिजली आपूर्ति' के आकलन में शामिल मानक निम्नलिखित हैं:
- बिजली कनेक्शन मिलने में लगने वाला समय
- नया कनेक्शन लेने में होने वाला खर्च
- नया कनेक्शन लेने की प्रक्रिया
- बिजली आपूर्ति की विश्वसनीयता
दिल्ली में कई सुधार कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया गया है जिससे रैंकिंग को बेहतर बनाने में भी योगदान मिला है।
- नए बिजली कनेक्शन का आवेदन मिलने के 7* दिन के भीतर बिजली आपूर्ति शुरू करना
- नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन फॉर्म के साथ दो दस्तावेज़ (आईडी प्रूफ या पहचान पत्र और स्वामित्व प्रमाण) की आवश्यकता होती है
- 415 वोल्ट पर 150 केवीए तक के कनेक्शंस का टैरिफ तर्कसंगत बनाना
- 200 किलोवाट/215 केवीए तक के एलटी लोड पर आपूर्ति
विद्युत मंत्रालय, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, महाराष्ट्र सरकार और डिस्कॉम्स-टाटा पावर-डीडीएल व बेस्ट की संयुक्त कोशिशों के परिणाम से 'बिजली आपूर्ति' में भारत की रैंकिंग में शानदार सुधार हुआ है जो 2015 में 137वें स्थान से बेहतर होकर 2019 में 22वें रैंक पर आ गया है।