श्री गजानन एस. काले वर्तमान में, टाटा पावर और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के संयुक्त उपक्रम टाटा पावर-डीडीएल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) के पद पर कार्यरत हैं। उल्लेखनीय है कि टाटा पावर-डीडीएल नॉर्थ एवं नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली में 70 लाख से अधिक की आबादी को बिजली सप्लाई करती है। टाटा पावर-डीडीएल में श्री काले की यह दूसरी पारी है।
श्री काले को पावर एवं एनर्जी सेक्टर में काम करने का 32 वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्त है। उनके पास उपभोक्ता संबंधों के अलावा, संसाधनों के नियोजन एवं प्रबंधन, परिचालन उत्कृष्टता, बड़ी परियोजनाओं का प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन और विनियामकों, सरकारी निकायों, कॉमर्स चैंबर्स तथा कर्मचारी यूनियनों/संगठनों समेत विभिन्न हितधारकों के साथ एडवोकेसी का लंबा अनुभव है।
श्री काले इससे पहले टी पी वेस्टर्न ओडिशा डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडब्ल्यूओडीएल) और टी पी अजमेर डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीएडीएल) के चीफ एग्जीक्युटिव ऑफिसर (सीईओ) के पद पर काम कर चुके हैं। श्री काले की महत्वपूर्ण प्लानिंग और मैनेजमेंट की बदौलत टीपीडब्ल्यूओडीएल को विद्युत मंत्रालय द्वारा “11वीं एवं 12वीं इंटीग्रेटेड रेटिंग ऑफ डिस्कॉम्स” में लगातार A+ रैंकिंग प्रदान की गई है। ये उपलब्धियां उनकी उल्लेखनीय लीडरशिप दक्षताओं और परिणाम हासिल करने की उनकी योग्यता की सूचक हैं।
श्री काले को विव 23-24 में “बैस्ट सीईओ ऑफ द ईयर विद एचआर ओरिएंटेशन” और “बैस्ट सीईओ ऑफ द ईयर” के तौर पर सम्मानित किया गया।
श्री काले का प्रोफशनल सफर काफी शानदार रहा है जो उनके समर्पण और विशेषज्ञताओं को दर्शाता है। उन्होंने बीएचईएल भोपाल से अपने कॅरियर की शुरुआत की थी और उसके बाद वह सैंट्रल रेलवे नागपुर डिवीज़न समेत अन्य कई संगठनों से जुड़े रहे हैं। वह पूर्व में टाटा पावर मुंबई डिस्ट्रिब्युन और टाटा पावर-डीडीएल के साथ भी काम कर चुके हैं। श्री काले के पास नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी, नागपुर यूनीवर्सटी से इंटीग्रेटेड पावर सिस्टम्स में एम टैक की डिग्री है। उन्होंने अमरावती यूनीवर्सटी से इलैक्ट्रिकल पावर सिस्टम्स में बी.ई. की डिग्री ली थी। इनके अलावा, श्री काले प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान आईआईएम अहमदाबाद में भी छात्र रह चुके हैं।
श्री सुरेंद्र सिंह वर्तमान में टाटा पावर-डीडीएल में चीफ - नेटवर्क सर्विसेज़ एंड स्टोर्स के पद पर कार्यरत हैं। वह नेटवर्क सर्विसेज़ एंड स्टोर्स फंक्शन संभालते हैं जिसके अंतर्गत इंजीनियरिंग, ईएचवी एवं डिस्ट्रिब्यूशन प्रोजेक्ट्स, मैटिरियल्स मैनेजमेंट, एनर्जी ऑडिट, जीआईएस, तथा ईएचवी सिविल इंजीनियरिंग शामिल हैं।
इससे पहले, श्री सिंह प्रभारी - डिस्ट्रिब्यूशन ऑपरेशंस के पद पर काम कर चुके हैं। उनके पास 34 वर्षों का लंबा कार्य अनुभव है और वह विभिन्न क्षेत्रों जैसे ऑपरेशन एवं मेंटीनेंस, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, क्वालिटी मैनेजमेंट, प्रोसेस एन्हैन्समेंट तथा चेंज मैनेजमेंट और पावर सेक्टर में पॉलिसी एडवोकेसी से जुड़े रहे हैं।
ऑपरेशंस के क्षेत्र में श्री सिंह विभिन्न चुनौतियों का समाधान उपलब्ध कराते हुए पावर सेक्टर में सुरक्षित तथा विश्वसनीय ऑपरेशंस के लिए महत्वपूर्ण नेतृत्व प्रदान करते आए हैं।
श्री सिंह 1990 से 1996 तक नेशनल हाइड्रो पावर कार्पोरेशन (एनएचपीसी) में कार्यरत थे। टाटा पावर-डीडीएल में वह विभिन्न सर्कलों में डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, सर्कल प्रमुख, कार्पोरेट ऑपरेशंस सेवाओं तथा हेड डिस्ट्रिब्यूशन ऑपरेशंस पदों पर रह चुके हैं।
श्री सिंह, टाटा पावर-डीडीएल में टीक्यूएम फिलॉसफी के जरिए बिजनेस एक्सीलेंस तथा प्रोसेस इम्प्रूवमेंट गतिविधियों का नेतृत्व करने और नई टेक्नोलॉजी को लागू करने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आए हैं।
श्री प्रवीण अग्रवाल मानव संसाधन से जुड़े एक अनुभवी प्रोफेशनल हैं और फिलहाल टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टाटा पावर-डीडीएल) में ह्यूमैन रिसोर्स, इंडस्ट्रियल रिलेशंस, सोशल इंपैक्ट ग्रुप, फैसिलिटी मैनेजमेंट एवं हैल्थ सर्विसेज़ विभाग के प्रमुख हैं।
श्री अग्रवाल 2003 से टाटा पावर-डीडीएल से जुड़े हुए हैं और कंपनी को बदलाव के चुनौतीपूर्ण दौर से सफलतापूर्वक आगे ले जाने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने निजीकरण के बाद प्रबंधन में हुए बदलाव, रणनीतिक योजना बनाने और उन्हें लागू करने, सिस्टम और प्रोसेस डिज़ाइन करने और उनमें सुधार करने, ईआरपी लागू करने, कर्मचारियों को जोड़ने, परफॉर्मेंस और करियर के मैनेजमेंट, नई प्रतिभाओं को कंपनी में लाने, उनके प्रबंधन और कंपनी के साथ बनाए रखने के साथ-साथ मैनेजमेंट व कर्मचारियों के बीच आसान संवाद में अहम भूमिका निभाई है।
"लोग, प्रक्रिया, सिस्टम और डिज़ाइन की सोच" के दृष्टिकोण के साथ और कर्मचारियों को संपूर्ण विकास की व्यापक संभावनाएं उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने में भरोसा करते हुए श्री अग्रवाल, मानव संसाधन की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं और कंपनी के नेतृत्व के साथ मिलकर संगठन को आगे ले जा रहे हैं।
टाटा पावर-डीडीएल को प्रतिभाओं को निखारने में मदद करने वाला संगठन बनाने के एचआर दृष्टिकोण से तालमेल बिठाते हुए उनका पूरा ध्यान कर्मचारियों की वृद्धि एवं विकास, क्षमता निर्माण सुनिश्चित करने के लिए कई कुशलताएं हासिल करने और ज्ञान में वृद्धि करने के अवसर उपलब्ध कराने की ओर है।
25 वर्षों से ज़्यादा के अपने करियर में श्री अग्रवाल ने टाटा पावर-डीडीएल और टाटा पावर कंपनी लिमिटेड का हिस्सा बनकर पावर सेक्टर में आने से पहले एनर्जी और टेलीकॉम सेक्टर में काम किया है। उन्होंने पर्सनल मैनेजमेंट में पोस्ट-ग्रेजुएट हैं और वह एक सर्टिफाइड एसएपी एचआर प्रोफेशनल हैं। इसके अलावा, उन्होंने आईआईएम-बेंगलुरु से कोचिंग फॉर परफॉर्मेंस पर सर्टिफिकेशन प्रोग्राम भी पूरा किया है। इसके अलावा, उन्होंने कई एसएलडीपी और स्ट्रैटेजिक एचआर प्रोग्राम भी किए हैं।
श्री सुरनजीत मिश्रा टाटा पावर-डीडीएल में मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) एवं कार्पोरेट गवर्नेंस के प्रमुख हैं। श्री मिश्रा अक्टूबर 2009 से टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (टाटा पावर) के साथ हैं। टाटा पावर में इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने वित्त और लेखा में विभिन्न पदों पर कार्य किया जिन में वित्तीय नियंत्रक, मैथन पावर; सीएफओ, पॉवरलिंक्स ट्रांसमिशन लिमिटेड और सीएफओ, टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड शामिल हैं। श्री मिश्रा टाटा पावर अजमेर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के बोर्ड सदस्य भी हैं।
श्री मिश्रा इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के एसोसिएट सदस्य हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) से बिजनेस मैनेजमेंट में मास्टर्स पूरा किया।
श्रीमती किरण गुप्ता वर्तमान में टाटा पावर-डीडीएल में चीफ - कस्टमर एक्सपीरियेंस, कमर्शियल, गवर्नमेंट अफेयर्स, ईएसी एवं कंज्यूमर लिटिगेशन के पद पर कार्यरत हैं। श्रीमती किरण गुप्ता उपभोक्ता अनुभव तथा वाणिज्यिक कार्यप्रणालियों का नेतृत्व करती हैं जिसके अंतर्गत कस्टमर केयर, नए कनेक्शन, एट्रिब्यूट चेंज, मीटरिंग, बिलिंग, रेवेन्यू कलेक्शन, रिकवरी, एन्फोर्समेंट एसैस्मेंट्स, स्मार्ट मीटरिंग, डिमांड साइड मैनेजमेंट तथा न्यू बिज़नेस सर्विसेज़ शामिल हैं। साथ ही, वह सभी हितधारकों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए दिल्ली सरकार तथा विनियामक के साथ मिलकर काम करती हैं।
श्रीमती किरण गुप्ता के पास पावर सेक्टर मेंए मुख्य रूप से पावर डिस्ट्रिब्यूशन एवं ट्रांसमिशन में काम करने का तीन दशक लंबा अनुभव है। वह पावर डिस्ट्रिब्यूशन मैनेजमेंट के सभी पक्षों से जुड़ी हैं जिनमें डिजाइन इंजीनियरिंग एवं लेआउट्स, तकनीकी मापदंड/ विशिष्टताएं / क्वालिटी कंट्रोल तथा सप्लाई चेन मैनेजमेंट, ऑपरेशंस एवं एन्फोर्समेंट, प्रोजेक्ट्स एग्जीक्यूशन, कमर्शियल एंड कस्टमर सर्विसेज़, बिजनेस एक्सीलेंस एंड स्ट्रैटेजी शामिल हैं। वह ऑपरेशंस का नेतृत्व संभालने वाली पहली महिला एग्जीक्युटिव हैं और वह क्षेत्र में बिजली चोरी की घटनाओं में कमी लाने के लिए एन्फोर्समेंट संबंधी कमर्शियल मामलों की देखरेख करती हैं।
श्रीमती किरण गुप्ता POSH कमेटी की भी चेयरमैन तथा एपेक्स एथिक्स कमेटी की वह लैंगिक विविधता तथा समोवेशन समेत विभिन्न मंचों पर टाटा पावर का प्रतिनिधित्व करती हैं। उन्होंने कस्टमर सर्विस एवं सेफ्टी के क्षेत्रों में ओडिशा डिस्कॉम्स की मेंटरिंग भी की है। साथ ही, वह टाटा पावर की कुछ समूह कंपनियों टीपीटीसीएल, एमसीसीएल, पावरलिंक्स समेत कुछ अन्य के बोर्ड में डायरेक्टर के पदों पर भी हैं।
वह कई यूटिलिटीज़ जैसे बेस्कॉम, एनईपी, एपीडीसीएल, यूपीपीएलसीएल, केन्या एंड नाइजीरिया में घाटे में कमी लाने, उपभोक्ता सेवाओं तथा डिजिटाइज़ेशन आदि के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग और नॉलेज ट्रांसफर का भी नेतृत्व कर चुकी हैं। वह कई ग्लोबल प्रोजेक्ट्स जैसे डिमांड रिस्पॉन्स, iELETRIX आदि से भी जुड़ी रही हैं। सुश्री गुप्ता सार्क देशों में एनर्जी सेक्टर में लैंगिक समावेशन को बढ़ावा देने के लिए वर्ल्ड बैंक द्वारा शुरू किए गए प्लेटफार्म WePOWER (साउथ एशिया विमेन इन पावर सेक्टर नेटवर्क ऑफ पार्टनर्स) की संचालन समिति की सदस्य हैं।
श्रीमती किरण गुप्ता के पास डिस्ट्रब्यूशन बिजनेस में काम करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने 1994 से 2004 तक टीसीई कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (मुंबई) सीनियर इंजीनियर इलैक्ट्रिकल के पर भी काम किया है। वह 2007 से 2020 तक टाटा पावर-डीडीएल में प्रमुख - उपभोक्ता सेवाएं पद पर कार्य कर चुकी हैं। 2020 से 2023 के दौरान उन्होंने पावर लिंक्स ट्रांसमिशन लिमिटेड में सीईओ एवं एमडी के तौर पर सेवाएं प्रदान की हैं। नवंबर 2023 से वह टाटा पावर-डीडीएल में चीफ - कस्टमर एक्सपीरियेंस, कमर्शियल, गवर्नमेंट अफेयर्स, ईएसी एवं कंज्यूमर लिटिगेशन के पद पर सेवाएं दे रही हैं।
श्रीमती किरण गुप्ता ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और 1994 में वह दिल्ली यूनीवर्सटी की गोल्ड मैडलिस्ट रह चुकी हैं। वह टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट और टाटा बिजनेस एक्सीलेंस मॉडल के लिए सर्टिफाइड हैं और उन्हें बैस्ट टीबीईएम एसैसर अवार्ड मिल चुका है। श्रीमती किरण गुप्ता को दक्षिण एशिया में किफायती, सुरक्षित, भरोसेमंद और सस्टेनेबल एनर्जी तक पहुंच में सुधार के लिए “साउथ एशिया रीजनल एनर्जी पार्टनरशिप (एसएआरईपी)” के लिए चुना गया है। वह जर्मनी (म्युनिख), बिश्केक और आस्ट्रेलिया में इंटरनेशल पावर कॉन्फ्रेंस में ‘पीपीपी मॉडल इन इलैक्ट्रिसिटी डिस्ट्रिब्यूशन’ के मंच पर स्पीकर के तौर पर शामिल हो चुकी हैं। श्रीमती किरण गुप्ता पावर सेक्टर में रैग्युलेटरी एवं टैरिफ संबंधी मामलों की पहचान/ संबोधित करने के लिए आईसीएआई द्वारा स्थापित सीएमआई एंड बी (कमेटी फॉर मेंबर्स इन इंडस्ट्री एंड बिजनेस) की सदस्य हैं। उन्होंने आईआईएम-अहमदाबाद से सीनियर लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम भी किया है
श्री राजेश बहल टाटा पावर-डीडीएल में ऑपरेशंस व सेफ्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। ओऐंडएस वर्टिकल के प्रमुख के तौर पर उनकी ज़िम्मेदारियों में योग्यता प्रबंधन, सेंट्रल एन्फोर्समेंट ऐक्टिविटी, एनर्जी मीटर, स्मार्ट मीटर मैनेजमेंट, एचवी/एलवी वितरण परियोजनाएं क्रियान्वयन, कंप्लीट नेटवर्क ऑपरेशंस व इसके रखरखाव, सेफ्टी, एनर्जी ऑडिट समेत नए प्रोडक्ट्स का क्रियान्वयन करना शामिल है।
इसके अलावा, वह कॉर्पोरेट गवर्नेंस के संपूर्ण उद्देश्य के साथ पक्षधारकों की अपेक्षाओं का प्रबंधन करना और कारोबारी परिणामों को बेहतर बनाने पर काम करते हैं। वह अतिक्रमण रोधी, नुकसान घटाने, जगह का बेहतर उपयोग करने, निर्धारित दिशा.निर्देशों के संदर्भ में सांविधिक व नियामकीय अनुपालन की निगरानी के लिए सरकार के साथ पॉलिसी एडवोकेसी में भी शामिल हैं।
बिजली वितरण क्षेत्र में अपने तीन दशक के अनुभव के दौरान श्री बहल ने देश व विदेश में विभिन्न कमर्शियल, ऑपरेशन और टेक्नोलॉजिकल क्षेत्रों में काम किया है जिनमें बिज़नेस प्रोसेस रि-इंजीनियरिंग ऑफ कमर्शियल प्रोसेसेज़, ऑपरेशंस टेक्नोलॉजी ऐंड सेफ्टी शामिल है।
साल 1988 से लेकर अभी तक श्री बहल भारत में सीपीडब्ल्यूडी, एलऐंडटी और श्री राम ग्रुप के साथ कर चुके हैं और उसके बाद पावर सेक्टर से जुड़े। टाटा पावर-डीडीएल में आप विभिन्न ज़िलों में असिस्टेंट मैनेजर, कमर्शियल मैनेजर, डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, सर्कल हैड, हैड आरआरजी व हैड सेफ्टी के पद पर काम कर चुके हैं।
श्री बहल इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ग्रैजुएट हैं। इसके बाद आपने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमबीए (ऑपरेशंस) और एलएलबी की पढ़ाई की। श्री बहल ने आईआईएम-अहमदाबाद से एडवांस्ड लीडरशिप कोर्स और टाटा मैनेजमेंट टेªनिंग सेंटर (टीएमटीसी) पुणे से स्ट्रैटेजिक लीडरशिप प्रोग्राम किया है।
श्री एच सी शर्मा टैक्निकल सर्विसेज़, पावर मैनेजमेंट, पावर सिस्टम कंट्रोल, क्वालिटी एवं सस्टेनेबिलिटी, बिज़नेस डेवलपमेंट एवं कलेबरेशन जैसे कार्यों को संचालित करने वाले विभाग के प्रमुख हैं।
अपने 32 वर्षों के करियर के दौरान श्री शर्मा ने कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं पर काम किया है और टाटा पावर डीडीएल में प्लांट इंजीनियरिंग और क्वालिटी एश्योरेंस सिस्टम के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने विविध क्षेत्रों में काम किया हैए जिनमें डिजाइन, इंजीनियरिंग, क्वालिटी एश्योरेंस, खरीद और निष्पादन शामिल हैं।
वह 3 कोर-66kv केबल्स के विकास, एचडीपीई पाइप सुरक्षा के साथ कोएक्सट्रूडेड केबल्स, सुरक्षा और सेल्फ-लाइफ को बढ़ाने हेतु बिजली के खंभों के लिए वितरण बॉक्स, यूटिलिटी प्रोजेक्ट मैनपावर के लिए दैनिक कार्य शेड्यूल यूनिक नंबरिंग और कार्य निगरानी, वर्टिकल सबस्टेशन टॉक बैक सील्स सबमर्सिबल सबस्टेशन और स्मार्ट मीटर के विकास जैसी कई इनोवेटिव परियोजनाओं का हिस्सा रहे हैं। श्री शर्मा एक उत्सुक योजनाकार हैं और वे परियोजना निष्पादन के समय को कम करने, संसाधन अनुकूलन प्राप्त करने और विद्युत परियोजनाओं को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
उन्होंने इससे पहले जुलाई 1990 से सितंबर 2003 तक इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के साथ काम किया है और पिछले 18 वर्षों से विभिन्न भूमिकाओं में टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के साथ जुड़े हुए हैं।
श्री एच सी शर्मा अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से बी टेक (इलेक्ट्रिकल) में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से बिज़नेस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रैजुएट सर्टिफिकेशन भी किया है।