विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की तैयारी हेतु परियोजना प्रबंधन परामर्श (पीएमसी) सेवाएं, निविदा दस्तावेजों की तैयारी और तकनीकी व वाणिज्यिक बोलियों के मूल्यांकन में सहायता, परियोजना निष्पादन का पर्यवेक्षण, वितरण के मुख्य पहलुओं के लिए समर्थन सहित परियोजना निगरानी और समन्वय।
भारत में, टाटा पॉवर-डीडीएल ने पुनर्गठित त्वरित ऊर्जा विकास व सुधार कार्यक्रम (आरएपीडीआरपी) भाग-अ और भाग ब, ग्रामीण विद्युतीकरण के कार्यों लिए राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरजीजीवीवाई), राष्ट्रीय विद्युत निधि (एनईएफ), दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई) और एकीकृत ऊर्जा विकास योजना (आईपीडीएस) और राष्ट्रीय स्मार्ट ग्रिड मिशन (एनएसजीएम) नामक भारत सरकार की योजनाओं के अंतर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी की है और परियोजना प्रबंधन परामर्श सेवाएं प्रदान की हैं।
इन योजनाओं के अंतर्गत, हमें भारत के 10 राज्यों में परियोजना प्रबंधन परामर्शदाता के रूप में नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा, पीएमसी के भाग के रूप में, हम परियोजना निगरानी और नेटवर्क सुधार और प्रणाली क्रियांवयन (एससीएडीए एंड आईटी) / भूमिगत केबल वाली 66 KV ट्रांसमिशन लाइन प्रदान करने वाले कार्य के निष्पादन हेतु विस्तृत परियोजना रिपोर्ट / भार प्रवाह अध्ययन और पूंजीगत निवेश योजना निष्पादन जैसे कि प्रबंधन सेवाओं के साथ-साथ ज़मीन के ऊपर स्थित विद्युत प्रणाली का भूमिगत विद्युत प्रणाली में रूपांतरण, आगामी 66 KV ग्रिड सबस्टेशन के लिए 66 KV ट्रांसमिशन लाइन और परियोजना का समग्र क्रियांवयन प्रदान करते हैं।
पीएमसी सेवाएं
- भार प्रवाह अध्ययन व कार्य का सर्वेक्षण
- डीपीआर की तैयारी
- मंत्रालय और ग्राहक के साथ विचार-विमर्श के बाद विद्युतीकरण योजनाओं की तैयारी
- प्रस्तावित योजना के लिए विस्तृत इंजीनियरिंग
- बोली प्रबंधन और टर्नकी अनुबंधकर्ता को प्रदान करने को अंतिम रूप देने में सहायता
- सामग्री का प्रेषण पूर्व निरीक्षण
- इंजीनियरिंग सहायता, साइट पर्यवेक्षण, प्रगति की निगरानी, MIS की तैयारी और रिपोर्ट निर्माण
- उप ट्रांसमिशन और वितरण अवसंरचना की मजबूती के लिए गुणवत्ता पर्यवेक्षण